Since 1990Anand Udyog Jodhpur

–> हे सूर्यदेव ! हमें अपनी किरणों से तप कर शुद्ध कीजिए और हमरे

अंतर्चक्षुओं की रोशनी बढ़ाइए |

–> हे चंद्रदेव ! अपनी चाँदनी से शीतल करके, हमारे क्रोध व अहंकार को नष्ट

कीजिए |

–> हे पवनदेव ! अपने वेग से हमरे रोग-द्वेष तथा लोभ को फ़ना कर दीजिए|

–> हे वरुणदेव ! अपने पवित्र जल से हमारे तन-मन को खंगाल कर, निर्मल

कर दीजिए |

–> हे आकाश्देव ! हमारे झूठ अहम् और आक्रोश को निकलकर, अपने विशाल

व्योम से तिरोहित कर दीजिए |

–> हे धरती माता ! हमें अपने जैसी सहन शक्ति दे दीजिए ताकि हम हर

आघात को अत्मसूत कर सकें |

–> हे पूर्वजगण ! हमें अपने सारे अच्छे-अच्छे गुण प्रदान कीजिए ताकि हम

दूसरों की भलाई कर सकें |

–> हे गुरुजन ! हमें सद्बुद्धि दीजिए ताकि हम अपने दुगुणों को नष्ट कर सकें |

–> हे निराकार ! हमें एकाग्र व ध्यान का मार्ग सुझाइए ताकि हम मोक्ष प्राप्त

कर सकें |

–> हे त्रिदेव ! आपसे यही प्रार्थना है कि हम हमारे विवेक तथा नैतिकता को

सदा जागृत रख सकें |

आनन्द अरोड़ा

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